नेहरू गांधी का नाम आते ही गोरी मेम
माउंटबेटन के पीछे सिगरेट फूंकते पंडित जवाहर लाल नेहरू और आधी लंगोटी वाले
सादगी पसंद महात्मा गांधी की तस्वीर ही आम आदमी के दिल दिमाग में आने लगती
है। इसी नेहरू गांधी के नाम का उपयोग कर आधी सदी से ज्यादा देश पर राज
करने वाली कांग्रेस की डेढ़ दशक से ज्यादा समय से सिरमौर बनी बैठीं श्रीमति
सोनिया गांधी दुनिया की चौथी अमीर नेता हैं।
जी हां, यह बात पाकिस्तान में बिलावल और
उनकी बिल्लो रानी (हिना रब्बानी) के परवान चढ़ते इश्क को उजागर करने वाले
बंग्लादेश से प्रकाशित वीकली ब्लिट्स अखबार ने यह खुलासा किया है। अखबार ने
खुलासा किया है कि सोनिया गांधी ने 18 अरब अमरीकी डालर्स की रकम विश्व भर
में दूरसंचार और अन्य क्षेत्रों में धंधे में लगाया है। इटली में पैदा हुई
सोनिया गांधी उर्फ एंटोनिया माईनो के संरक्षण में भारत में करोड़ों अरबों
रूपए के घपले घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है।
सोनिया गांधी के मरहूम पति पूर्व
प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी बोफोर्स तोप घोटाले में बुरी तरह फंस गए थे।
मीडिया के पास आए दस्तावेजों से राजीव गांधी बुरी तरह घिर गए थे। उस वक्त
बोफोर्स मामले को उछालने वाले उस समय के पत्रकार और आज के भाजपा नेता अरूण
शोरी भी आज बोफोर्स मामले में राजीव गांधी को क्लीन चिट देने के मसले में
खामोश ही बैठे हैं।
उक्त समाचार पत्र ने लिखा है कि 19 नवंबर
1991 के स्विस अखबार के एक अंक में सोनिया गांधी, राजीव गांधी के अरबों
रूपयों के बारे में खुलासा किया गया था। इस अंक में तीसरी दुनिया के
दर्जनों राजनेताओं जिनमें राजीव गांधी के नाम का शुमार था के स्विस बैंक
में जमा धन के बारे में छापा गया था। इस समाचार पत्र के बारे में यह भी
नहीं कहा जा सकता है कि यह विश्वसनीय नहीं है, क्योकि इसकी सवा दो लाख
प्रतियों के साथ पाठक संख्या 9 लाख 17 हजार है।
इसमें कहा गया है कि केजीबी रिकॉर्ड का
हवाला देते हुए, पत्रिका की रिपोर्ट है कि सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री
राजीव गांधी की विधवा 2.5 अरब उनके नाबालिग बेटे के नाम में स्विस बैंक
(2.2 अरब डॉलर अमेरिका के बराबर) के साथ गुप्त खाते को नियंत्रित किया गया
था। अमेरिका 2.2 अरब डॉलर के खाते जून 1988 से पहले से ही अस्तित्व में है।
बंग्लादेश के इस अखबार ने वैसे भी बिलावल
भुट्टो और हिना रब्बानी के संबंधों का खुलासा कर दुनिया भर में तहलका मचा
दिया है। लोग इस अखबार को असंजे से ज्यादा टीआरपी वाला बता रहे हैं। इस
अखबार ने रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी के हवाले से भी सोनिया राहुल और
स्व.राजीव गांधी को कटघरे में खड़ा किया है।
इस अखबार ने भारतीय मीडिया पर भी सवालिया
निशान लगाए हैं। इसमें इस आशय की कुछ खबरों का तिथिवार भी जिकर किया है जो
राजीव सोनिया को कटघरे में खड़ा करती हैं। इसमें कहा गया है कि भारत में
20.80 लाख करोड़ रूपए की लूट की गई है।
इस अखबार ने दुनिया भर के 25 नामी गिरामी
और धनाड्य नेताओं की सूची का प्रकाशन किया गया है। इस फेहरिस्त में सबसे
उपर साउदी अरब के राजा अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अजीज के पास 21 बिलियन डालर,
दूसरे स्थान पर बुरनी के सुल्तान हसनल बोल्कीह के पास 20 बिलियन डालर, इसके
उपरांत न्यूयार्क के मेयर माईकल ब्लूमबर्ग के पास 18 बिलियन डालर और चौथी
पायदान पर भारत गणराज्य के गरीब गुरबों पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली
कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी को स्थान दिया गया है।
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