सरकार ने आज कहा कि वर्ष 1989-90 में आतंकवाद के कारण कश्मीर घाटी से 58,697 परिवार विस्थापित हुए थे। गृह राज्य मंत्री अजय माकन ने कहा कि कश्मीर घाटी से विस्थापित होने के बाद 38,119 परिवार जम्मू में, 19,338 परिवार दिल्ली में और 1,240 परिवार अन्य राज्यों में जाकर बस गये। उन्होंने कहा कि कश्मीर से विस्थापित हुए परिवारों की दिक्कतों को कम करने के लिये पात्र परिवारों को 1,250 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति महीने के आधार पर राहत राशि दी जा रही है जिसकी अधिकतम सीमा पांच हजार रुपये प्रति परिवार प्रतिमाह है। माकन ने ज्ञान प्रकाश पिलानिया के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि राज्य सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक कश्मीर घाटी में परिवारों के विस्थापित होने से पहले 430 मंदिर थे। इनमें से 260 मंदिर यथावत हैं, जबकि 170 मंदिर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। वहीं, 90 मंदिरों का पुनरुद्धार किया गया है। उन्होंने कहा कि घाटी में वापस बसने को इच्छुक परिवारों के लिये वर्ष 2008 में 1,618.40 करोड़ रुपयो का व्यापक पैकेज घोषित किया गया था।
माकन ने तरुण विजय के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि विभाजन के समय पश्चिमी पाकिस्तान से जम्मू क्षेत्र में आकर बसे लोगों की संख्या लगभग 1.5 लाख है। उन्होंने राशिद अल्वी के सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को बताया कि कश्मीर घाटी में पिछले वर्ष आतंकवादी हिंसा में 64 सुरक्षाकर्मी मारे गये और 130 अन्य घायल हुए। इसी दौरान 78 नागरिकों की मौत हुई और 99 घायल हुए। माकन ने कहा कि इसी तरह इस वर्ष अक्तूबर तक घाटी में 66 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं, जबकि 940 अन्य घायल हुए हैं। वहीं, 39 नागरिकों की जान गयी है और 32 अन्य जख्मी हुए हैं।
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