मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे की मौत को लेकर एक बयान के चलते कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह खुद कठघरे में आ गए हैं। करकरे की पत्नी कविता करकरे ने कहा कि उनके पति की हत्या के पीछे सिर्फ पाकिस्तान है और इसमें हिंदू संगठनों का हाथ बताना या उनसे जोड़कर देखना गलत है। यही नहीं, करकरे ने दिग्विजय के बयान का हवाला देते हुए यह भी कहा कि ऐसे बयान सिर्फ पाकिस्तान को फायदा पहुंचाएंगे।
कविता करकरे ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। कविता ने इस बात से इनकार किया कि हेमंत और दिग्विजय सिंह के बीच कोई बातचीत हुई थी।
कविता ने कहा, 'जब मेरे पति मालेगांव ब्लास्ट की जांच कर रहे थे तब हिंदू संगठनों की ओर से प्रतिक्रियाएं आई थीं। इसी तरह से जब वह कुछ मुस्लिम आरोपियों की तलाश कर रहे थे तब उनके पास मुस्लिम संगठनों की ओर से प्रतिक्रिया मिली थी।' उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिक्रिया लाजिमी है। कविता ने कहा, 'यह कहना बिल्कुल ग़लत है कि 26/11के हमले के पीछे हिंदू संगठन का हाथ है। ऐसे बयानों से लोगों में भ्रम फैलेगा। कविता ने यह भी कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए मेरे पति के बलिदान का मखौल उड़ाना बंद होना चाहिए।'
दिग्विजय ने क्या कहा था
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के मुताबिक 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले से 2 घंटे पहले हेमंत करकरे ने उन्हें फोन किया था। करकरे ने कहा था कि मालेगांव धमाके की जांच का विरोध कर रहे लोगों से उनकी जान को खतरा है। बताते चलें कि मालेगांव धमाके में साध्वी प्रज्ञा सिंह समेत हिंदू संगठनों से जुड़े कई लोग आरोपी हैं।
मीडिया से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, '26 नवंबर 2008 की शाम 7 बजे यानी मुंबई हमले के लगभग 2 घंटे पहले तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे ने मुझे फोन किया था। उन्होंने बताया था कि मालेगांव ब्लास्ट की जांच से खीझे हुए लोग उनको और उनके परिवार वालों को लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनके और उनके परिवार वालों को जान का खतरा है।'
दिग्विजय ने कहा, 'करकरे काफी चिंतित थे और वह स्थानीय दक्षिणपंथी अखबारों के जरिए उनको मिलनेवालीं धमकियों से काफी परेशान थे। करकरे ने मुझे बताया था कि एक दक्षिणपंथी संगठन के मुखपत्र में छपा है कि मेरा बेटा दुबई में है और वह खूब पैसा बना रहा है, पर सच्चाई है कि वह अभी स्कूल में पढ़ता है।'
भाजपा ने मांगी प्रधानमंत्री, सोनिया से सफाई
भाजपा ने दिग्विजय को उनके ‘गैरजिम्मेदाराना बयान’ के लिए आडे़ हाथ लेते हुए कहा कि ऐसे बयान से आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई को गहरा धक्का लगेगा और ऐसे बयान देकर घोटालों के आरोपों से घिरी यूपीए सरकार से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है। पार्टी ने कांग्रेस नेता के बयान पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का रुख साफ किए जाने की भी मांग की है।
बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह की टिप्पणी से 26/11 हमलों की जांच को गहरा झटका लगा है। ऐसे में सीमापार से आने वाले आतंकवादी भी मुंबई हमलों पर सवाल खड़े करने लगेंगे।’
कविता करकरे ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। कविता ने इस बात से इनकार किया कि हेमंत और दिग्विजय सिंह के बीच कोई बातचीत हुई थी।
कविता ने कहा, 'जब मेरे पति मालेगांव ब्लास्ट की जांच कर रहे थे तब हिंदू संगठनों की ओर से प्रतिक्रियाएं आई थीं। इसी तरह से जब वह कुछ मुस्लिम आरोपियों की तलाश कर रहे थे तब उनके पास मुस्लिम संगठनों की ओर से प्रतिक्रिया मिली थी।' उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतिक्रिया लाजिमी है। कविता ने कहा, 'यह कहना बिल्कुल ग़लत है कि 26/11के हमले के पीछे हिंदू संगठन का हाथ है। ऐसे बयानों से लोगों में भ्रम फैलेगा। कविता ने यह भी कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए मेरे पति के बलिदान का मखौल उड़ाना बंद होना चाहिए।'
दिग्विजय ने क्या कहा था
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के मुताबिक 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले से 2 घंटे पहले हेमंत करकरे ने उन्हें फोन किया था। करकरे ने कहा था कि मालेगांव धमाके की जांच का विरोध कर रहे लोगों से उनकी जान को खतरा है। बताते चलें कि मालेगांव धमाके में साध्वी प्रज्ञा सिंह समेत हिंदू संगठनों से जुड़े कई लोग आरोपी हैं।
मीडिया से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, '26 नवंबर 2008 की शाम 7 बजे यानी मुंबई हमले के लगभग 2 घंटे पहले तत्कालीन एटीएस चीफ हेमंत करकरे ने मुझे फोन किया था। उन्होंने बताया था कि मालेगांव ब्लास्ट की जांच से खीझे हुए लोग उनको और उनके परिवार वालों को लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनके और उनके परिवार वालों को जान का खतरा है।'
दिग्विजय ने कहा, 'करकरे काफी चिंतित थे और वह स्थानीय दक्षिणपंथी अखबारों के जरिए उनको मिलनेवालीं धमकियों से काफी परेशान थे। करकरे ने मुझे बताया था कि एक दक्षिणपंथी संगठन के मुखपत्र में छपा है कि मेरा बेटा दुबई में है और वह खूब पैसा बना रहा है, पर सच्चाई है कि वह अभी स्कूल में पढ़ता है।'
भाजपा ने मांगी प्रधानमंत्री, सोनिया से सफाई
भाजपा ने दिग्विजय को उनके ‘गैरजिम्मेदाराना बयान’ के लिए आडे़ हाथ लेते हुए कहा कि ऐसे बयान से आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई को गहरा धक्का लगेगा और ऐसे बयान देकर घोटालों के आरोपों से घिरी यूपीए सरकार से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है। पार्टी ने कांग्रेस नेता के बयान पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का रुख साफ किए जाने की भी मांग की है।
बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह की टिप्पणी से 26/11 हमलों की जांच को गहरा झटका लगा है। ऐसे में सीमापार से आने वाले आतंकवादी भी मुंबई हमलों पर सवाल खड़े करने लगेंगे।’
bharatiy lokatantr kya kahe ?
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