भारत का हर नागरिक औसतन 32,871.65 का कर्ज़दार है। सरकार ने आज लोकसभा में रखे एक आंकड़े में यह जानकारी दी। वित्त राज्य मंत्री नमो नारायण मीणा ने सदन में पेश एक लिखित उत्तर में कहा कि बजट अनुमान 2010.11 में देश पर कुल आंतरिक ऋण 27,36,754 करोड़ रुपया है जबकि विदेशी ऋण 1,62,045 करोड़ रुपये तथा अन्य देयताएं 10,45,799 करोड़ रुपये हैं। इस प्रकार से कुल कर्ज 39,44,598 करोड़ रुपये है। इस प्रकार से देश की 1.2 अरब की आबादी के हिसाब से यह कर्ज प्रति व्यक्ति 32,871.65 रुपया आता है।
मंत्री ने प्रबोध पांडा के प्रश्न के लिखित उत्तर में इस विषय पर बताया, ‘‘लोगों पर ऋण में होने वाली वृद्धि को कम करने के लिए केंद्र सरकार राजकोषीय नीति के जरिये व्यापक कार्यनीति अपनाती है और दीर्घाकालीन कम खर्चीली नीतियों का सहारा लेती है।‘‘
एक तरफ इन नेताओं को फुर्सत नहीं देश को लुटने से और हम पर बोझ चढ़ता जा रहा है
जवाब देंहटाएंdabirnews.blogspot.com
चार्वाक ने कहा था कि
जवाब देंहटाएंखाओं पीओं और जीओं
त्रण लेकर भी घी पीओं।
भारतीय नेता इसी का अनुसरण कर रहे है।