भोपालः केन्द्र सरकार से मध्यप्रदेश के सात जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित किये जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां कहा कि बैलेट के स्थान पर बुलेट की बात करने वाले नक्सलियों का लक्ष्य दिल्ली की सत्ता पर काबिज होना है.
किसी भी गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री के रुप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले चौहान ने विशेष साक्षात्कार में नक्सली समस्या पर नियंत्रण के लिये संयुक्त प्रयत्न किये जाने की जरुरत बताते हुए कहा कि वोट के स्थान पर गोली की बात करने वाले नक्सली केन्द्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में नक्सली गतिविधियों पर सफ़लता पूर्वक नियंत्रण किया गया है लेकिन सीधी, सिंगरौली, डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर जैसे कुछ सीमावर्ती जिलों में नक्सली गतिविधियों की आहट को देखते हुए केन्द्र सरकार से सात जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित किये जाने की मांग की गयी है, लेकिन केन्द्र द्वारा अभी तक इस प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया गया है.
शिवराज ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार द्वारा इन जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित कर दिया जाता है, तो उन जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करायी जा सकेगी. नक्सलियों को लेकर प्रख्यात लेखिका अरुधंती राय के बयान से असहमति व्यक्त करते हुए चौहान ने कहा कि अरुंधती राय ने न केवल नक्सली बल्कि कश्मीर के आतंकवादियों को क्रांतिकारी एवं देशभक्त की संज्ञा दी है, जबकि हिंसा में लिप्त लोगों को ऐसी संज्ञा नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि यदि नक्सलियों और आतंकवादियों को देशभक्त और क्रांतिकारी कहा जायेगा, तो ऐसे में दुनिया को कोई भी देश नहीं चल सकता है.
किसी भी गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री के रुप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले चौहान ने विशेष साक्षात्कार में नक्सली समस्या पर नियंत्रण के लिये संयुक्त प्रयत्न किये जाने की जरुरत बताते हुए कहा कि वोट के स्थान पर गोली की बात करने वाले नक्सली केन्द्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में नक्सली गतिविधियों पर सफ़लता पूर्वक नियंत्रण किया गया है लेकिन सीधी, सिंगरौली, डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर जैसे कुछ सीमावर्ती जिलों में नक्सली गतिविधियों की आहट को देखते हुए केन्द्र सरकार से सात जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित किये जाने की मांग की गयी है, लेकिन केन्द्र द्वारा अभी तक इस प्रस्ताव को मंजूर नहीं किया गया है.
शिवराज ने कहा कि यदि केन्द्र सरकार द्वारा इन जिलों को नक्सल प्रभावित घोषित कर दिया जाता है, तो उन जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करायी जा सकेगी. नक्सलियों को लेकर प्रख्यात लेखिका अरुधंती राय के बयान से असहमति व्यक्त करते हुए चौहान ने कहा कि अरुंधती राय ने न केवल नक्सली बल्कि कश्मीर के आतंकवादियों को क्रांतिकारी एवं देशभक्त की संज्ञा दी है, जबकि हिंसा में लिप्त लोगों को ऐसी संज्ञा नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि यदि नक्सलियों और आतंकवादियों को देशभक्त और क्रांतिकारी कहा जायेगा, तो ऐसे में दुनिया को कोई भी देश नहीं चल सकता है.
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