सरकार ने कहा कि विदर्भ के छह जिलों में इस वर्ष अक्टूबर तक 153 किसानों के आत्महत्या करने के मामले सामने आये हैं और सबसे ज्यादा अकोला में 58 किसानों ने खुदकुशी की है.
कृषि राज्य मंत्री के. वी. थॉमस ने कहा कि इस वर्ष महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के छह जिलों में 153 किसानों ने आत्महत्या की है. इनमें से अमरावती में नौ, अकोला में 58, यवतमाल में 18, बुलडाना में 38, वाशिम में 12 और वर्धा में 18 किसानों ने खुदकुशी की है.
उन्होंने प्रकाश जावड़ेकर के सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि इन मामलों पर पुनर्वास पैकेज के तहत गौर किया जा रहा है.
थॉमस ने कहा कि किसानों के आत्महत्या करने के पीछे जिम्मेदार कारणों में फसलों को नुकसान पहुंचना, कर्ज में डूबे होना, लंबे समय से बीमार रहना, पारिवारिक विवाद होना या शराब की लत शामिल है.
उन्होंने कहा कि किसानों के लाभ के लिये चल रही विभिन्न योजनाओं में ब्याज माफी के लिये विशेष पुनर्वास पैकेज शामिल है.
कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष की मदद से विदर्भ के छह जिलों में 593 करोड़ रुपये की महत्वकांक्षी योजना शुरू की है जिसमें विपणन संबंधी मदद मुहैया कराना शामिल है
hamara durbhagy yah to tab hai jab "bharat ek krishi pradhan desh" hai
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