बाबा रामदेव को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रामदेव रामलीला मैदान पर सत्याग्रह पर बैठे थे. दिल्ली पुलिस ने देर रात एक बजे के करीब रामलीला मैदान पर धावा बोला और करीब एक घण्टे की रस्साकसी के बाद बाबा रामदेव को अनशन स्थल से उठा लिया. रात सवा दो बजे बाबा रामदेव को एक एंबुलेन्स में भरकर पुलिस उनको अज्ञात स्थान की ओर लेकर चली गयी.
रात के करीब सवा बजे पुलिस ने अचानक रामलीला मैदान पर सत्याग्रह स्थल पर धावा बोल दिया और सीधे वहां पहुंची जहां बाबा आराम कर रहे थे. बाबा रामदेव के साथ आचार्य बालकिशन को भी पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की तो समर्थकों ने उनको बचाने के लिए घेरा डाल दिया. इसके बाद बाबा के समर्थकों और पुलिस के बाद धक्का मुक्की शुरू हो गयी. करीब एक घण्टे की मशक्कत के बाद पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़े और उसके बाद वहां बिना बल प्रयोग किये बाबा को दबोच लिया.
रात करीब सवा दो बजे एक एम्बलेंस में भरकर उन्हें अजमेरी गेट की ओर से अज्ञात स्थान की ओर रवाना कर दिया गया. इसके बाद पुलिस द्वारा बाहर लगाई गयी बैरिकेटिंग हटा ली गयी और रामलीला मैदान में पंद्रह मिनट पहले अजमेरी गेट की ओर से अंदर घुसी पुलिस की स्पेशल टीम भी बाहर निकल गयी. पुलिस उन्हें कहां ले गयी है यह कह पाना अभी मुश्किल है.
बाबा रामदेव को पकड़ने के लिए पुलिस ने भारी बंदोबस्त किये थे. दिल्ली गेट के आस पास से ही रामलीला मैदान जानेवाला सारा ट्रैफिक रोक दिया गया था. रामलीला मैदान के चारों ओर भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. पुलिस ने दो ओर से रामलीला मैदान पर धावा बोला. पहले धारा 144 लगाई गयी. इसके बाद नई दि्लली स्टेशन की ओर से समर्थकों को डरा धमकाकर वहां से भाग जाने के लिए कहा गया. दूसरी ओर अजमेरी गेट की तरफ से पुलिस ने बाबा रामदेव के पंडाल पर हमला किया और जब बाबा भागकर मंच की ओर पहुंचे और उनके समर्थकों ने उनको घेर लिया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बाबा रामदेव को गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने बयान दिया है कि रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के समर्थकों में झड़प हो गयी थी जिसके लिए वहां धारा 144 लगा दी गयी. पुलिस के इस बयान का मतलब ही यही है कि उस झूठे झड़प से बचाने के नाम पर पुलिस बाबा रामदेव को वहां से उठा ले गयी है. जमीनी हालात यह बता रहे हैं कि करीब सवा दो बजे अजमेरी गेट की तरफ से जो एंबुलेन्स वहां से बाहर निकली उसमें बाबा रामदेव को ले जाया गया क्योंकि एंबुलेसन्स के निकलते ही अजमेरी गेट की ओर से रामलीला मैदान की ओर जानेवाली बैरिकेटिंग हटाकर आसफ अली रोड पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया जिस पर एंबुलेस आगे बढ़ी थी. थोड़ी देर बाद आसफ अली रोड से भी बैरिकेटिंग हटा ली गयी और ट्रैफिक की आवाजाही शुरू हो गयी. इसका मतलब है कि जो एंबुलेन्स सवा दो बजे वहां से बाहर निकली उसमें बाबा रामदेव को ही गिरफ्तार करके ले जाया गया.
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