राजीव दीक्षित का निधन हो गया है. किसी दौर में आजादी बचाओ आंदोनल के प्रखर वक्ता और स्वदेशी के प्रवक्ता रहे राजीव दीक्षित का सोमवार को भिलाई में संदेहास्पद परिस्थितियों में निधन हो गया. वे 42 वर्ष के थे और पिछले तीन चार सालों से बाबा रामदेव के साथ काम कर रहे थे.
स्वदेशी के प्रखर प्रवक्ता के रूप में देश में ख्याति अर्जित करनेवाले राजीव दीक्षित पिछले तीन चार सालों से बाबा रामदेव से जुड़ गये थे. आज बाबा रामदेव जिस स्वदेशी और स्वाभिमान आंदोलन की बात करते हैं उसका मंत्र राजीव दीक्षित ने ही रामदेव को दिया था. लेकिन सोमवार को भिलाई में किसी स्थान पर भोजन करने जा रहे थे, जहां अचानक उनके सीने में दर्द हुआ जिसके बाद उन्हें हृदयाघात हो गया. उसके बाद उन्हें दिल्ली ले जाने की तैयारी की जा रही थी लेकिन इसी दौरान स्थानीय डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उस वक्त उनके साथ मौजूद रहे लोग यही बात बता रहे हैं.
हालांकि राजीव दीक्षित के पुराने साथी जो आजादी बचाओ आंदोलन के दौरान उनसे जुड़े रहे थे राजीव दीक्षित के इस आकस्मिक निधन पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं. उनके कुछ पुराने साथियों का कहना है कि राजीव दीक्षित पूरी तरह से स्वस्थ थे और वे खुद एक होम्योपैथी पैक्टिशनर थे इसलिए हृदयगति रूकने से हुई मौत की बात थोड़ी अटपटी लग रही है. उनके साथियों का कहना है कि वे इस बात को पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि हृदयगति रुकने के बाद उन्हें किस अस्पताल में ले जाया गया और प्राथमिक तौर पर जांच करनेवाले डॉक्टरों ने क्या निष्कर्ष निकाला था.
राजीव दीक्षित का पार्थिव शरीर विशेष विमान से दोपहर बाद भिलाई से हरिद्वार लाया जा रहा है जहां बुधवार को सुबह दस बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा. हिन्दु गाथा परिवार की ओर से श्री दीक्षित को श्रद्धा नमन....
भाई अभी कुछ देर पूर्व ही एक अन्य पोस्ट पर यह दुखद समाचार पढें। मन को विश्वास ही नहीं हुआ, मैंने वहाँ यही लिखा कि क्या मजाक है? तत्क्षण आस्था चैनल खोला और वहाँ केप्शन पढ़कर मन बहुत ही दुखी है। सारे ही समाचार चैनल दिन भर अनर्गल बकवास करते रहते हैं लेकिन ऐसे तेजस्वी व्यक्ति के समाचार नहीं देते। अब तो लग रहा है कि भगवान ने भी इस देश का साथ छोड़ दिया है।
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