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नया धमाका

11/25/2010

और अब सोनिया बनी भारत माता और युवराज बने श्रीकृष्ण!!!

जैसे समाचार मिल रहे है उनसे ऐसा प्रतीत होता है कि हिन्दु जनभावनाऐं मात्र खिलवाड़ करने के लिए ही बनी है। जिसका जब दिल चाहे वो हिन्दु भावनाओं पर कुठाराघात करता है और यह हिन्दु समाज है कि उसका विरोध भी ठीक प्रकार से नहीं कर पाता। हिन्दु समाज की आज भारत में स्थिति दूसरे दर्जे के नागरिक की सी हो रही प्रतीत होती है। भगवा आतंकवाद, हिन्दु आतंकवाद की स्याही अभी ठीक प्रकार से सूखी भी नहीं थी कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी धर्मनिरपेक्षता का एक और उम्दा नमूना हिन्दु समाज के सामने प्रस्तुत कर दिया है, जरा निम्नलिखित समाचार को देखे:-

इलाहाबाद में सोनिया की रैली को लेकर भारी हंगामा
       इलाहाबाद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की रैली को लेकर बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने जमकर हंगामा किया। एसपी के कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे और झंडे लेकर सोनिया के काफिले को रोकने की कोशिश की। कांग्रेस की 125वीं सालगिरह के मौके पर सोनिया की जनसभा होनी है और पूरा शहर सोनिया−राहुल के पोस्टरों से पटा है। पुलिस बल को विरोधियों को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं बीजेपी उन पोस्टरों को लेकर भड़की, जिसमें सोनिया को भारत माता और राहुल को कृष्ण दिखाया गया है। इलाहाबाद में लगाए गए इन पोस्टरों को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ है। सोनिया और राहुल को खुश करने के लिए लगाए गए पोस्टरों में इनकी तुलना देवी-देवताओं से की गई है। पोस्टरों में राहुल गांधी को कृष्ण की वेशभूषा में दिखाया गया है, जबकि पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोनिया को माता इंडिया का नाम दे दिया है। सेकुलर कांग्रेस की इन तस्वीरों से विपक्ष को बोलने का मौका मिल गया। बीजेपी के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का कहना है कि कांग्रेस मानसिक रूप से बीमार हो गई है।

 आशा है कि विषय सभी पाठकों को समझ में आ गया होगा। सोनियाजी कोई दूध पीती बच्ची नहीं है कि उनको मदर इण्डिया, इण्डिया माता या भारत माता के अर्थ न पता हो। इससे पूर्व भी सोनिया गांधी के चमचे उनके दुर्गा मां के रूप में पोस्टर छपवा चुके है जिसका एक परिवाद न्यायालय में लम्बित है। सवाल यह है कि जिसे देखों वो हिन्दु समाज के आत्मसम्मान को ठेस पंहुचाने के लिए हिन्दु देवी-देवताओं का अपमानजनक चित्रण कर देता है, वेशभूषा धारण कर लेता है, गाली-गलौच से भरपूर अलंकार देकर साहित्य की रचना कर देता है और हमारे कुम्भकर्णी नींद में सोये समाज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होती। मेरी ऐसे धर्म निरपेक्ष नेताओं को सलाह है कि वे एक बार इस्लाम के प्रवर्तक मोहम्मद साहब का वेश धारण करे तो उचित रहेगा।

1 टिप्पणी:

  1. सुदर्शनजी को चिढ़ाने के लिए कांग्रेसियों ने ऐसा किया होगा

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