अमेरिका ने भारत सहित दुनिया के कई देशों को विकीलीक्स वेबसाइट के नए संभावित खुलासे के संबंध में चेतावनी दी है। अमेरिका का कहना है कि विकीलीक्स जिन गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा करेगा, उनसे न केवल अमेरिकी हितों को नुकसान हो सकता है, बल्कि उसके तथा उसके मित्र देशों के संबंधों में तनाव भी उत्पन्न हो सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने बताया, ‘‘हमने दस्तावेजों की संभावित रिलीज के संबंध में चेतावनी देने के लिए भारत से संपर्क किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि विकीलीक्स के पास क्या है या उसकी योजना क्या करने की है। हमने अपना रुख साफ कर दिया है। इन दस्तावेजों को जारी नहीं किया जाना चाहिए।’’ अनुमान है कि वेबसाइट जल्द ही संवेदनशील दस्तावेज रिलीज करने जा रही है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि इन दस्तावेजों में भारत संबंधी मुद्दों के बारे में क्या है। विकीलीक्स का कहना है कि पिछले माह उसने इराक युद्ध के बारे में जो गोपनीय दस्तावेज जारी किए थे, उनकी तुलना में नए दस्तावेज सात गुना अधिक होंगे। क्राउले ने ट्विटर पर कहा है कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने जर्मनी, सऊदी अरब, यूएई, ब्रिटेन, फ्रांस और अफगानिस्तान से भी संपर्क किया है। विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने भी चीनी विदेश मंत्री यांग जिशी से संपर्क किया। ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ एडमिरल माइक मुलेन ने विकीलीक्स से ‘खतरनाक’ खुलासे रोकने का अनुरोध किया है। उन्होंने सीएनएन से कहा, ‘‘मैं उम्मीद करूंगा कि इसके लिए जो लोग जिम्मेदार होंगे, वह उस जिम्मेदारी के बारे में सोचें जो उन पर है...जो वह खुलासा कर रहे हैं। उन्हें यह खुलासा रोक देना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह लगातार खतरनाक बना हुआ है। इस सप्ताह के शुरू में विकीलीक्स ने दस्तावेजों की रिलीज की जो घोषणा की, उस पर हम गहन विचार-विमर्श कर रहे हैं।’’ क्राउले ने इस सप्ताह के शुरू में संवाददाताओं से कहा था कि पहले जो कुछ हुआ, अगर वह शुरुआत थी, तो इसका मतलब यह होगा कि कुछ समाचार प्रतिष्ठानों के पास पहले से ही विशिष्ट दस्तावेज रहे होंगे। उन्होंने कहा ‘‘जब विश्वास टूटता है और खबरें अखबारों के पहले पन्नों पर आती हैं या टीवी और रेडियो की मुख्य खबरें होती हैं, तो इसका असर पड़ता है।’’ उन्होंने कहा कि ये खुलासे अमेरिका और उसके हितों के लिए नुकसानदायक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वे हमारे कूटनीतिकों और दुनिया भर में हमारे मित्रों के संबंधों में तनाव उत्पन्न करने जा रहे हैं।’’ विशिष्ट केबलों की चर्चा किए बिना क्राउले ने कहा कि दुनिया भर में फैले अमेरिकी मिशनों द्वारा वाशिंगटन भेजे गए केबल गोपनीय हैं।
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